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कल्याणपुरी मुफ्त हेल्थ और डेंटल चेकअप कैंप: उत्थान चेरिटेबल ट्रस्ट

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नई दिल्ली, द इनसाइड खबर , कल्याणपुरी चर्च के पास उत्थान चेरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा गाँधी जयंती के अवसर पर एक हेल्थ कैंप का आयोजन किया जा रहा है. कैंप में कई प्रतिष्ठित डॉक्टर अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे. डेंटल चेकअप के अलावा सामान्य चिकित्सा सलाह डॉक्टर्स के द्वारा दी जाएंगी. उत्थान चेरिटेबल ट्रस्ट की संस्थापिका श्रीमति प्रीति सिंह ने " द इनसाइड खबर " की रिपोर्टर हेमा से बात करते हुए कहा की ट्रस्ट का उद्देश्य आम जनता के लिए सही स्वास्थ्य मुहैया करवाना है, हमारे पास देश के हर कोने से जरूरतमंद लोग आते हैं जिनको अपने इलाज के लिए सहायता की आवश्यकता होती है.  आगे प्रीति ने कहा कि हमारी कोशिश होती है की हम हर जरूरतमंद की पूरी सहायता कर पाएं.आज भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को याद करते हुए, "नर ही नारायण" संकल्प के तहत इस कैंप का आयोजन कर रहे हैं. हेल्थ कैंप में शिरकत कर रहे देश के सुप्रसिद्ध वैद्य मनोज कुमार शर्मा ने कहा की वे इस कैंप में लोगों को जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों को लेकर सलाह देंगे.  2 अक्टूबर दो महान विभूतियों का जन्मदिन

महिला आरक्षण बिल: राजनीति के रूप में एक बड़ा करियर विकल्प: प्रीति सिंह

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द इनसाइड खबर , नई दिल्ली, महिला आरक्षण बिल के लोकसभा और राज्यसभा दोनो सदनों में पास हो जाने के बाद से ही देश भर से महिलाएं और महिला संगठन इसका स्वागत कर रहे हैं.  महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक ऐतिहासिक कदम है. संसद और विधानसभा में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित कर लैंगिक समानता (Gender Equality) को मजबूत किया है .  दिल्ली की एक प्रमुख सोशल वर्कर और उत्थान चेरिटेबल ट्रस्ट की संचालिका प्रीति सिंह  ने "द इनसाइड खबर" से बातचीत में कहा की ये महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक ऐतिहासिक कदम है. संसद और विधानसभा में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित कर लैंगिक समानता (Gender Equality) को मजबूत किया है.  प्रीति ने कहा कि जब महिलाएं सरकारों में एक बड़ा प्रतिनिधित्व रखेंगी तो महिलाओं के विषयों को और अच्छे से सुना जा सकेगा. महिला आरक्षण के बाद राजनीति के रूप में महिलाओं को एक अच्छा करियर विकल्प भी मिल गया है. हमारे पास कई ऐसी महिलाएं आती हैं जो आर्थिक के साथ साथ राजनीतिक उत्पीड़न की शिकार भी हैं.  महिलाओं की कई ऐसी समस्याएं हैं जो पुरुषों के लिए जान पाना कठिन हैं ऐसे में जब खुद महिल