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फ्री हेल्थ कैंप का आयोजन: आयुर्वेद एक जीवन पद्धति: आचार्य मनोज कुमार शर्मा

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नई दिल्ली द इनसाइड खबर , रविवार 24 सितंबर 2023 को SR इंस्टीट्यूट आफ एडवांस्ड आयुर्वैदिक साइंस और श्री साईं आरोग्य निकेतन रोहिणी के संयुक्त तत्वाधान में एक निशुल्क हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया. (निःशुल्क हेल्थ कैंप) फोटो: द इनसाइड खबर  देश के लब्धप्रतिष्ठ वैद्य ताराचंद्र शर्मा का मार्गदर्शन  हेल्थ कैंप में आचार्य वैद्य ताराचंद शर्मा, आचार्य वैद्य मनोज शर्मा, वैद्य अभिजीत शर्मा, डॉक्टर सोनिया शर्मा, डॉक्टर प्राची, डॉ मेघा, डॉक्टर पुरु धवन और डॉ प्रगति गुप्ता ने कई मरीज को स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी और मुफ्त दवाइयां का वितरण किया. वैद्य ताराचंद्र शर्मा देश के सबसे प्रसिद्ध वैद्यों में शामिल हैं उन्हीं के मार्गदर्शन में इस कैंप का आयोजन किया गया. सौ से अधिक मरीजों को सलाह और मुफ्त दवा वितरण  वैद्य मनोज कुमार शर्मा ने "द इनसाइड खबर" को बताया की SR इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस्ड आयुर्वैदिक साइंस, गुरुग्राम के डॉक्टर पुरू धवन ने श्री साईं आरोग्य निकेतन के साथ मिलकर इस निशुल्क हेल्थ कैंप का आयोजन किया था.  वैद्य मनोज कुमार शर्मा कैंप के दौरान करीब 100 से अधिक मरीजों को सलाह और मुफ्त दवाइयों

आयुर्वेद में हर रोग के निवारण की चिकित्सा है: आचार्य वैद्य मनोज कुमार शर्मा

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आयुर्वेद के द्वारा सभी रोगों का निवारण संभव है अगर सही तरीके से इलाज किया जाय: वैद्य मनोज कुमार शर्मा  आयुर्वेद, एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति, मनुष्य के स्वास्थ्य और रोगों के उपचार के लिए ज्ञान और विज्ञान का एक आदर्श संग्रह है. यह प्राकृतिक उपचारों, आहार, औषधि और जीवनशैली के माध्यम से रोगों के निदान और उपचार में मदद करता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा का मुख्य लक्ष्य संपूर्ण स्वास्थ्य और तंत्रिका संतुलन को स्थायी रूप से सुधारने में सहायता प्रदान करना है. वैद्य मनोज कुमार शर्मा: फोटो TIK   आयुर्वेद में रोग का निदान करने का सिद्धांत एक पूर्णतः व्यक्तिगत दृष्टिकोण है. यह मानता है कि हर व्यक्ति एक अद्यात्मिक स्वास्थ्य के साथ जन्मतः आता है और उसकी दिन प्रतिदिन की जीवनशैली उसके दोषों के संतुलन को बनाए रखने में सहायता कर सकती है. आयुर्वेद चिकित्सा में, रोग के निदान के लिए चिकित्सागत और व्यक्तिगत अवस्था का अवलोकन किया जाता है, जिसमें रोगी के शारीरिक और मानसिक स्थिति, अनुकरण और प्राकृतिक प्रकृति का मुल्यांकन किया जाता है. यह निदान प्रक्रिया रोग के मूल कारणों का पता लगाने में मदद करती है और रोगी क