G 20 एक सफल आयोजन, इससे देश को नई सांस्कृतिक पहचान मिली और आयुर्वेद के उन्नयन के लिए बड़ा मौका
नई दिल्ली, द इनसाइड खबर, G 20 के आयोजन को लेकर पक्ष और विपक्ष में कई मत हैं. जहां पूरी दुनिया इसके आयोजन के लिए भारत की तारीफ कर रही है, वहीं दूसरी ओर देश के अंदर लोग दो भागों में बंटे दिख रहे हैं. द इनसाइड खबर ने कई लोगों से G 20 के आयोजन को लेकर बातचीत की.
वैद्य मनोज कुमार शर्मा फोटो द इनसाइड खबर |
प्रसिद्ध वैद्य मनोज कुमार शर्मा, जो नई दिल्ली में श्री साईं आरोग्य निकेतन के नाम से क्लिनिक चलाते हैं उन्होंने द इनसाइड खबर से बातचीत में कहा कि G 20 का आयोजन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है, हमारे देश को एक नई पहचान मिली है. ऐसे समय में जब पूरी दुनिया आर्थिक मोर्चे पर पिछड़ रही हुई हमारा देश अपनी अर्थव्यवस्था को आगे ले गया है. सांस्कृतिक रूप से भी इस समिट से भारत का आथित्य सारी दुनिया को दिखा है. हमने अपनी शक्ति और आथित्य दोनों का डंका बजा है.
वैद्य मनोज कुमार ने कहा, हां आज पूरा विश्व भारत में प्रचलित मिलेट के फायदे जान गया है, नेचुरोपैथी और आयुर्वेद पर पूरी दुनिया में शोध हो रहे हैं. कैंसर (कर्क रोग) जैसे रोगों के लिए आयुर्वेद को विश्वसनीय माना जा रहा है
आयुर्वेद को क्या कोई फायदा इस समिट से मिला है? इस पर वैद्य मनोज कुमार ने कहा, हां आज पूरा विश्व भारत में प्रचलित मिलेट के फायदे जान गया है, नेचुरोपैथी और आयुर्वेद पर पूरी दुनिया में शोध हो रहे हैं. कैंसर (कर्क रोग) जैसे रोगों के लिए आयुर्वेद को विश्वसनीय माना जा रहा है. अगर हम मधुमेह (डायबिटीज) के मैनेजमेंट के लिए दुनिया आयुर्वेद और योग की ओर आ रही है. इस आयोजन के बाद दुनिया के विकसित देश आयुर्वेद की ओर और तेजी से आकर्षित होंगे. नए शोध होंगे और आयुर्वेद में नए रोजगार भी सृजित होंगे.
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