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असाध्य कब्ज के इलाज के लिए नवीन एंडोस्कोपिक तकनीक PREM ((Per Rectal Endoscopic Myotomy):)

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असाध्य कब्ज के इलाज के लिए नवीन एंडोस्कोपिक तकनीक PREM ((Per Rectal Endoscopic Myotomy):): उत्तर भारत में पहली बार सर गंगा राम अस्पताल ने किया पहला इलाज: रिद्धिमा दिल्ली ब्यूरो   नई दिल्ली द इनसाइड खबर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंडोस्कोपी के क्षेत्र में हाल के विकास ने विभिन्न ल्यूमिनल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगों के लिए न्यूनतम आक्रामक, चीरा रहित और गैर-सर्जिकल उपचार की एक नई दुनिया के लिए नए द्वार खोल दिए हैं. पाचन तंत्र के लुमेन के उच्च रिज़ॉल्यूशन रियल टाइम विजुअलाइजेशन (High Resolution Real Time Visualisation) की उपलब्धता के साथ, न केवल निदान करना संभव है, बल्कि साथ ही उन्नत एंडोस्कोपिक मशीनों की उपलब्धता के साथ बिना शल्य चिकित्सा के रोगों का इलाज भी संभव है. डा. अनिल अरोड़ा ने दी जानकारी   कई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगों के एंडोस्कोपिक निदान और उपचार की दिशा में आमूल-चूल बदलाव आया है क्योंकि ये तकनीकें दर्द रहित, लागत प्रभावी और सबसे महत्वपूर्ण रूप से रोगियों के लिए कॉस्मेटिक रूप से स्वीकार्य हैं.  सर गंगा राम अस्पताल में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ अनिल अरोड़ा के अनुसार, “एक 23

इंडिया गठबंधन और मायावती? ऊंट किस करवट बैठेगा

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नई दिल्ली द इनसाइड खबर , 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी के साथ-साथ बहुजन समाज पार्टी और मायावती दोनों की भूमिका इंडिया गठबंधन के लिए बहुत जरूरी होती जा रही है. इसलिए विधानसभा चुनाव में भले ही मायावती और उनकी पार्टी बसपा ज्यादा सीट हासिल न कर पाई हो लेकिन मायावती आज भी एक गद्दावर नेता हैं जिनको छोड़ इंडिया गठबंधन उत्तर प्रदेश में कोई बड़ा कारनामा करने की सोच भी नहीं सकता है. इसी के मद्देनजर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव मायावती को उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग का ऑफर दे रहे हैं.  सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी बसपा को इंडिया गठबंधन में लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, इसके लिए प्लान भी तैयार कर लिया गया है. सपा चुनाव में बसपा को 25-30 सीटें दे सकती है. सपा ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, इसके पीछे वो ये दलील दे रही है कि विधानसभा चुनाव के लिहाज़ से वो अभी भी यूपी की सबसे बड़ी पार्टी है, हालांकि मायावती इस पर राज़ी होंगी ये कहना मुश्किल है.  अभी तक मायावती और बसपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं कुछ राजनीतिक रणनीतिकारों के आधार पर हुए अपने जन्मदिन 15 जनवरी को कोई बड़ी