दिल्ली देश की राजधानी के साथ डायबिटीज़ कैपिटल भी

नई दिल्ली, द इनसाइड खबर, आज 15 अक्टूबर 2023, ईस्ट पटेल नगर में आयुर्मठ की डा. पूनम मठ (B.A.M.S) द्वारा रॉक गार्डन में डायबिटीज स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया.


इस दौरान फास्टिंग शुगर, रैंडम शुगर, ब्लड प्रेशर और अन्य जरूरी जांच की गईं. 60 मरीजों का चेकअप डा. पूनम के द्वारा किया गया. डा. पूनम ने "द इनसाइड खबर" के साथ बातचीत में बताया की आज लाइफस्टाइल डिसऑर्डर के कारण डायबिटीज जैसी बीमारियां आम होती जा रही हैं.  

मेडिकेशन के बाद भी हाई ब्लड सुगर 

जिन लोगों के यहां टेस्ट किए गए उनमें मेडिकेशन के बाद भी अनियंत्रित ब्लड शुगर देखा गया. ऐसा क्यों है? इस सवाल का जवाब डा. पूनम ने कुछ यूं दिया "डायबिटीज एक लाइफस्टाइल से जुड़ी बिमारी है तो इसका इलाज भी लाइफस्टाइल में ही ढूढना होगा". 

दवा के भरोसे आप डायबिटीज को नहीं छोड़ सकते

डा. पूनम बताती है, यहां सिर्फ दवाइयों के भरोसे डायबिटीज को नहीं छोड़ सकते हैं. इसके लिए आयुर्वेद की हॉलिस्टिक मैनेजमेंट पद्धति को समझना होगा. दवा के साथ डाइट, एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल चेंज पर तेजी से काम करना होगा. आज बच्चों में टाइप वन डायबिटीज़ तक अब काफी आम दिखती है, जबकि कई मामलों में इसके जेनेटिक होने के प्रमाण भी नहीं मिले हैं. 

आयुर्वेद का हॉलिस्टिक मैनेजमेंट

क्या आयुर्वेद डायबिटीज कंट्रोल के लिए कोई प्रामाणिक इलाज देता है इस प्रश्न पर डा. पूनम कहती हैं आयुर्वेद जैसा मैंने कहा हॉलिस्टिक मैनेजमेंट की बात करता है, आयुर्वेद कभी भी सिर्फ औषधि की बात नहीं करता है बल्कि ये एक पूरी शारीरिक व्यवस्था को ठीक करने पर जोर देता है. अगर डा. और मरीज दोनो इस व्यवस्था को समझें और उसका पालन करें तो डायबिटीज़ को नियंत्रित और रिवर्स दोनों किया जा सकता है. 

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