इंडिया गठबंधन और मायावती? ऊंट किस करवट बैठेगा

नई दिल्ली द इनसाइड खबर, 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी के साथ-साथ बहुजन समाज पार्टी और मायावती दोनों की भूमिका इंडिया गठबंधन के लिए बहुत जरूरी होती जा रही है. इसलिए विधानसभा चुनाव में भले ही मायावती और उनकी पार्टी बसपा ज्यादा सीट हासिल न कर पाई हो लेकिन मायावती आज भी एक गद्दावर नेता हैं जिनको छोड़ इंडिया गठबंधन उत्तर प्रदेश में कोई बड़ा कारनामा करने की सोच भी नहीं सकता है. इसी के मद्देनजर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव मायावती को उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग का ऑफर दे रहे हैं. 


सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी बसपा को इंडिया गठबंधन में लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, इसके लिए प्लान भी तैयार कर लिया गया है. सपा चुनाव में बसपा को 25-30 सीटें दे सकती है. सपा ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, इसके पीछे वो ये दलील दे रही है कि विधानसभा चुनाव के लिहाज़ से वो अभी भी यूपी की सबसे बड़ी पार्टी है, हालांकि मायावती इस पर राज़ी होंगी ये कहना मुश्किल है. 
अभी तक मायावती और बसपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं कुछ राजनीतिक रणनीतिकारों के आधार पर हुए अपने जन्मदिन 15 जनवरी को कोई बड़ी घोषणा कर सकती हैं अगर मायावती इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनती है तो दलित वोट का एक बड़ा परसेंट इंडिया गठबंधन को जा सकता है और अगर ऐसा नहीं होता है तो दलित वोट का यही हिस्सा इंडिया गठबंधन के लिए सर दर्द बन सकता है. कांग्रेस और अखिलेश दोनों यह जानते हैं की बिना दलित वोट को साधे उत्तर प्रदेश में एक बड़ी जीत हासिल नहीं की जा सकती है. 
(उत्तर प्रदेश ब्यूरो)

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